जम्मू-कश्मीर के त्रिकुटा पहाड़ियों में स्थित माता वैष्णो देवी की पवित्र यात्रा लगातार 10वें दिन भी स्थगित रही। अधिकारियों ने बताया कि भारी और लगातार बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है, जिससे यात्रा मार्ग अस्थिर और खतरनाक हो गया है। इस कारण तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, श्राइन बोर्ड ने यात्रा को फिर से शुरू करने का कोई निर्णय नहीं लिया है।
आपदा की वजह: लगातार बारिश और भूस्खलन
अधिकारियों ने कहा कि पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश ने त्रिकुटा पहाड़ियों में भूस्खलन को बढ़ा दिया है। इससे यात्रा मार्ग का एक बड़ा हिस्सा बह गया है, और कई जगहों पर भूस्खलन का मलबा जमा हो गया है। अधिकारियों के मुताबिक, रास्ता अब बेहद जोखिम भरा हो गया है, जिससे तीर्थयात्रियों के लिए इस पर चलना खतरे से खाली नहीं है।
बचाव और बहाली का काम जारी
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और स्थानीय प्रशासन की टीमें बहाली के काम में दिन-रात लगी हुई हैं। उनका मुख्य काम रास्ते से मलबा हटाना और उन हिस्सों को मजबूत करना है जो भूस्खलन के कारण कमजोर हो गए हैं। हालांकि, अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि जब तक रास्ता पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हो जाता, तब तक यात्रा दोबारा शुरू नहीं होगी।
श्राइन बोर्ड ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे फिलहाल कटरा बेस कैंप की यात्रा न करें। बोर्ड ने यात्रियों से कहा है कि जब तक यात्रा फिर से शुरू होने की आधिकारिक घोषणा नहीं होती, तब तक वे धैर्य रखें और प्रशासन के साथ सहयोग करें।
रेलवे और अन्य सेवाओं पर असर
वैष्णो देवी यात्रा के स्थगित होने के कारण रेलवे सेवाओं पर भी इसका असर पड़ा है। दिल्ली से कटरा और कटरा से जम्मू आने-जाने वाली कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। यात्रियों से अनुरोध है कि वे अपनी यात्रा शुरू करने से पहले ट्रेनों का शेड्यूल ज़रूर जांच लें। इसके अलावा, हेलीकॉप्टर सेवा और रोपवे की बुकिंग भी अगले आदेश तक रद्द कर दी गई हैं। श्राइन बोर्ड ने कहा है कि रद्द की गई सभी बुकिंग का 100 प्रतिशत रिफंड दिया जाएगा।
कब शुरू होगी यात्रा?
श्राइन बोर्ड के अधिकारी लगातार स्थिति पर नज़र रखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि यात्रा को जल्द से जल्द फिर से शुरू करने के लिए युद्ध स्तर पर काम हो रहा है, लेकिन सुरक्षा को सबसे ऊपर रखा गया है। जब मौसम में सुधार होगा और रास्ता पूरी तरह से ठीक हो जाएगा, तभी यात्रा शुरू करने का अंतिम निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल, यात्रियों को इस महत्वपूर्ण अपडेट के लिए इंतज़ार करने की सलाह दी गई है।