उत्तराखंड के कुमाऊँ क्षेत्र में बसा अल्मोड़ा (Almora) एक प्राचीन और खूबसूरत हिल स्टेशन है, जो अपनी सांस्कृतिक विरासत, प्राकृतिक सौंदर्य, आध्यात्मिक शांति और पारंपरिक बाजारों के लिए जाना जाता है। 5,400 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह शहर हिमालय की गोद में बसा हुआ है और चारों ओर से चीड़ और देवदार के घने जंगलों से घिरा हुआ है। अगर आप शांति और ताजगी की तलाश में हैं, तो अल्मोड़ा की गोद में स्थित बिनसर और कसार देवी जैसे स्थान आपके लिए एक आदर्श विकल्प हो सकते हैं।
अल्मोड़ा की घाटियाँ, घुमावदार सड़कें और हिमालय की बर्फीली चोटियों का दृश्य इसे प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफरों के लिए एक आदर्श गंतव्य बनाता है। यहां से त्रिशूल, नंदा देवी और पंचाचूली जैसी हिमालयी चोटियों का स्पष्ट नजारा देखा जा सकता है। इसके अलावा बिनसर वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी, कसार देवी, और जागेश्वर जैसे पर्यटन स्थल इसे और भी खास बनाते हैं।
बिनसर: अल्मोड़ा का दिल
2,420 मीटर की ऊंचाई पर बसा बिनसर, अल्मोड़ा की सबसे सुंदर जगहों में से एक माना जाता है। यहाँ से नंदा देवी, त्रिशूल और पंचाचुली जैसे बर्फीले हिमालयी शिखरों के विहंगम दृश्य देखे जा सकते हैं। काठगोदाम से लगभग 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बिनसर, नैनिताल और रानीखेत होते हुए सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है।

यहाँ का बाजार – ‘लाला बाज़ार’ – अपने हाथ से बने ऊनी वस्त्रों और तांबे के बर्तनों के लिए प्रसिद्ध है। मिठाई प्रेमियों के लिए ‘बाल मिठाई’ एक खास अनुभव है।
इतिहास प्रेमी ‘गोविंद बल्लभ पंत म्यूज़ियम’ में कुमाऊं की संस्कृति की झलक पा सकते हैं।
बिनसर वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी, जो ज़ांडी धार पहाड़ियों पर स्थित है, पक्षी प्रेमियों और वन्यजीव फोटोग्राफरों के लिए जन्नत है।
🗓️ यात्रा का सर्वोत्तम समय: अप्रैल से जून और सितंबर से नवंबर
📍 ज़रूर देखें: ज़ीरो पॉइंट – जहाँ से हिमालयी श्रृंखला के शानदार दृश्य मिलते हैं।
कसार देवी: रहस्यमयी और आध्यात्मिक यात्रा स्थल
अल्मोड़ा से सिर्फ 8 किलोमीटर दूर स्थित कसार देवी गाँव, अपनी आध्यात्मिक ऊर्जा और शांत वातावरण के लिए मशहूर है। यहां स्थित कसार देवी मंदिर दूसरी शताब्दी में बना हुआ है और कहा जाता है कि यह वैन एलेन बेल्ट का हिस्सा है, जहाँ विशेष भू-चुंबकीय ऊर्जा महसूस की जा सकती है।
स्वामी विवेकानंद और बॉब डायलन जैसे महापुरुषों ने यहां समय बिताया है।
हर साल कार्तिक पूर्णिमा पर यहां मेला लगता है, जब यह छोटा सा गाँव श्रद्धालुओं और पर्यटकों से भर जाता है।
प्रसिद्ध मंदिर और आध्यात्मिक स्थल
- जागेश्वर धाम: 100 से अधिक शिव मंदिरों का समूह, 7वीं से 12वीं सदी के बीच बने। अल्मोड़ा से 36 किमी की दूरी पर।
- कटारमल सूर्य मंदिर: 9वीं सदी में बना यह सूर्य मंदिर, अल्मोड़ा से 16 किमी दूर स्थित है। यहाँ तक एक छोटा ट्रेक करना पड़ता है।
- चितई गोलू देवता मंदिर: यहाँ भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करने पर घंटियाँ चढ़ाई जाती हैं।
कैसे पहुँचें अल्मोड़ा
- 🛫 हवाई मार्ग: सबसे निकटतम हवाई अड्डा है पंतनगर एयरपोर्ट, जहाँ से कैब द्वारा अल्मोड़ा पहुँचा जा सकता है।
- 🚆 रेल मार्ग: निकटतम रेलवे स्टेशन है काठगोदाम। वहाँ से टैक्सी या बस द्वारा अल्मोड़ा जाएँ।
- 🚌 सड़क मार्ग: दिल्ली से अल्मोड़ा की दूरी लगभग 370 किमी है और यहाँ तक नियमित बस सेवा उपलब्ध है।
रहने के लिए कहाँ ठहरें?
बिनसर और आसपास के क्षेत्र में शानदार रिसॉर्ट्स और होमस्टे उपलब्ध हैं:
- 🏡 The Kumaon: वास्तुकला और प्रकृति का सुंदर संगम।
- 🏡 Binsar Forest Retreat: बर्डवॉचिंग और प्रकृति प्रेमियों के लिए आदर्श।
- 🏡 Mary Budden Estate: हेरिटेज होमस्टे जो जंगल के बीच इतिहास से रूबरू कराता है।
- 🏡 Club Mahindra Binsar Valley: पारिवारिक यात्राओं के लिए उत्तम विकल्प।
यात्रा से पहले ये बातें ध्यान रखें:
- सीजन में यात्रा के लिए अग्रिम बुकिंग करें (अप्रैल–जून, सितंबर–जनवरी)।
- बिनसर वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी में एंट्री फीस और वाहन शुल्क लगता है।
- जंगल में रात बिताने का अनुभव लेना चाहते हैं तो फॉरेस्ट रेस्टहाउस या इको-रिसॉर्ट में रुकें।
- स्थानीय गाइडेड ट्रेक और वॉक्स की जानकारी होटल रिसेप्शन से लें।
अगर आप एक ऐसी जगह की तलाश में हैं जहाँ प्राकृतिक सौंदर्य, आध्यात्मिक शांति और एडवेंचर एक साथ मिलें, तो अल्मोड़ा की यात्रा आपके लिए है। बिनसर, कसार देवी और जागेश्वर जैसे स्थान आपको एक अविस्मरणीय अनुभव देंगे। अपने कैमरे और मन को तैयार रखिए, अल्मोड़ा आपका इंतज़ार कर रहा है!
By: Anushka Singhal