Image credit of अयोध्या @ By Prime Minister’s Office (GODL-India)
उत्तर प्रदेश में सरयू नदी के दाहिने तट पर बसी, अयोध्या एक प्राचीन और पवित्र नगरी है, जिसका संबंध भगवान श्रीराम से है। रामायण के अनुसार, यह सूर्य वंश की राजधानी थी और यहीं राजा दशरथ के यहाँ श्रीराम का जन्म हुआ था। यह नगरी न केवल हिंदुओं के लिए, बल्कि जैन, बौद्ध और इस्लाम धर्म से जुड़े अवशेषों के कारण भी एक महत्वपूर्ण स्थान है। हाल ही में, भव्य राम मंदिर के निर्माण और प्राण-प्रतिष्ठा के बाद, अयोध्या दुनिया के पर्यटन मानचित्र पर एक प्रमुख आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में उभरी है।
अयोध्या को अथर्ववेद में ‘ईश्वर का नगर’ बताया गया है और इसकी गणना भारत की सात प्राचीन मोक्षदायिनी पुरियों में की जाती है। माना जाता है कि इसकी स्थापना मनु ने की थी। यह नगरी सिर्फ धार्मिक आस्था का केंद्र नहीं है, बल्कि सदियों से कला, संस्कृति और ज्ञान का भी केंद्र रही है। जैन धर्म के अनुसार, यहाँ आदिनाथ सहित पाँच तीर्थंकरों का जन्म हुआ था। अयोध्या का हर घाट, हर गली और हर मंदिर एक गहरा पौराणिक इतिहास समेटे हुए है।
अयोध्या के प्रमुख आकर्षण: दर्शनीय स्थल और अनुभव
अयोध्या में हर तरह के यात्री के लिए कुछ न कुछ है:
- श्री राम जन्मभूमि मंदिर: यह अयोध्या का सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र स्थल है, जहाँ भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था। 22 जनवरी 2024 को, नव-निर्मित मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा हुई, जिसके बाद से यह लाखों श्रद्धालुओं के लिए आस्था का नया केंद्र बन गया है। मंदिर का निर्माण उत्तर भारत की पारंपरिक नागर शैली में किया गया है और इसमें लोहे का कोई उपयोग नहीं हुआ है। इसकी लंबाई 380 फीट और चौड़ाई 250 फीट है, और यह 2.7 एकड़ में फैला हुआ है।

- हनुमान गढ़ी: अयोध्या के केंद्र में स्थित, यह भगवान हनुमान का एक विशाल मंदिर है। यह एक ऊँचे टीले पर बना है और यहाँ तक पहुँचने के लिए 76 सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ती हैं। ऐसी मान्यता है कि यहाँ हनुमान जी एक गुफा में रहकर रामकोट की रक्षा करते थे।
- कनक भवन: यह मंदिर भगवान श्रीराम और माता सीता को समर्पित है। ‘कनक’ का अर्थ ‘सोना’ होता है, और मंदिर में श्रीराम और सीता की सोने के मुकुट पहने प्रतिमाएँ हैं। कहा जाता है कि यह महल रानी कैकेयी ने सीता जी को मुंह दिखाई की रस्म में उपहार में दिया था।
- सरयू नदी के घाट: सरयू नदी अयोध्या के दक्षिणी तट से होकर बहती है। यहाँ 14 प्रमुख घाट हैं, जिनमें गुप्त द्वार घाट, कैकेयी घाट और लक्ष्मण घाट विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं। शाम के समय सरयू नदी के तट पर होने वाली आरती में शामिल होना एक शांत और आध्यात्मिक अनुभव है।

सरयू घाट
- राजा दशरथ का महल: यह वह महल है जहाँ भगवान श्रीराम और उनके भाइयों ने अपना बचपन बिताया था। यहाँ का भव्य प्रवेश द्वार और आंतरिक सुंदरता पर्यटकों को आकर्षित करती है।
- दंतधावन कुंड: हनुमान गढ़ी के पास स्थित इस कुंड के बारे में कहा जाता है कि भगवान श्रीराम यहाँ अपने दांत साफ करते थे।
अयोध्या में क्या करें
अयोध्या में आपकी यात्रा को अविस्मरणीय बनाने के लिए कई गतिविधियाँ हैं:
- सरयू घाट पर स्नान और आरती: आप पवित्र सरयू नदी में डुबकी लगाते हैं और शाम के समय होने वाली आरती में शामिल होते हैं।
- स्थानीय बाजारों में खरीदारी: यहाँ आप धार्मिक वस्तुएँ, पारंपरिक खिलौने और हस्तशिल्प खरीद सकते हैं।
- स्थानीय व्यंजनों का स्वाद: अयोध्या अपने स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए भी जानी जाती है। आप यहाँ की प्रसिद्ध चाट, दाल कचौड़ी, जलेबी, रबड़ी और पेड़ा का स्वाद लेते हैं।
- नाव की सवारी: आप सरयू नदी में नाव की सवारी का आनंद लेते हैं, जहाँ से घाटों और मंदिरों का अद्भुत दृश्य दिखाई देता है।

लता मंगेशकर चौक
पहुँचने के तरीके
अयोध्या तक पहुँचना बहुत सुविधाजनक है:
- हवाई मार्ग से: अयोध्या का अपना महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (Maharishi Valmiki International Airport) है, जो अयोध्या धाम से लगभग 10 किमी दूर है।
- रेल मार्ग से: अयोध्या के प्रमुख रेलवे स्टेशन, अयोध्या धाम और अयोध्या कैंट, भारत के सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़े हुए हैं।
- सड़क मार्ग से: उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसें और निजी टैक्सी सेवाएँ 24 घंटे उपलब्ध हैं, जो लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज और दिल्ली जैसे प्रमुख शहरों से जुड़ी हुई हैं।
अयोध्या घूमने का सबसे अच्छा समय
अयोध्या घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है। इस दौरान मौसम सुखद और ठंडा रहता है (तापमान 10°C से 25°C के बीच), जो दर्शनीय स्थलों की यात्रा और धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेने के लिए आदर्श है।
अयोध्या एक ऐसा शहर है जो आपको आध्यात्मिकता, इतिहास, संस्कृति और आस्था का एक अनूठा मिश्रण प्रदान करता है। अयोध्या केवल एक यात्रा स्थल नहीं, बल्कि एक ऐसा अनुभव है जो दिल में बस जाता है। यहाँ के मंदिर, घाट, कथाएँ और भक्ति का वातावरण हर आगंतुक को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देता है। चाहे आप तीर्थयात्री हों या सांस्कृतिक खोजकर्ता, अयोध्या की यात्रा भारत की आध्यात्मिक धड़कन को महसूस करने का अद्भुत अवसर है।
अपनी अगली यात्रा के लिए भारत की इस प्राचीन और पवित्र नगरी की योजना बनाएं और एक जीवन बदलने वाले अनुभव को प्राप्त करें!
By: Anushka Singhal