बंगाल की खाड़ी में स्थित, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह भारत का एक केंद्र शासित प्रदेश है, जो अपनी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। 572 से अधिक द्वीपों का यह समूह, जिसमें से केवल कुछ ही द्वीपों पर लोग रहते हैं, दुनिया भर के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। चाहे आप एडवेंचर पसंद करते हों, इतिहास में रुचि रखते हों, या बस शांतिपूर्ण वातावरण में आराम करना चाहते हों, अंडमान हर तरह के यात्रियों के लिए कुछ न कुछ खास पेश करता है।
अंडमान का इतिहास भारत के स्वतंत्रता संग्राम से गहरा जुड़ा हुआ है। पोर्ट ब्लेयर स्थित सेलुलर जेल, जिसे “काला पानी” के नाम से भी जाना जाता है, ब्रिटिश शासन के दौरान भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों पर किए गए अत्याचारों की एक मूक गवाह है। 1897 में बनी इस विशाल जेल में 694 कोठरियां थीं, जिनका उद्देश्य कैदियों को एक-दूसरे से पूरी तरह से अलग रखना था। आज यह एक राष्ट्रीय स्मारक है, जहां आप शहीदों के नाम दीवारों पर देख सकते हैं और एक संग्रहालय में उस दौर के अस्त्र-शस्त्रों को भी देख सकते हैं। यहां शाम को होने वाला लाइट एंड साउंड शो स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष की कहानी को जीवंत कर देता है, जो हर भारतीय को भावुक कर देता है।

सेलुलर जेल
नीले समंदर की हजारों परतें, नारियल के झूमते पेड़, खारे पानी की ठंडी बयार और लहरों का संगीत – अंडमान और निकोबार द्वीप समूह को वाकई भारत का द्वीप स्वर्ग कहा जाता है। बंगाल की खाड़ी में बसा यह द्वीपसमूह अपने खूबसूरत समुद्र तटों, रहस्यमयी जंगलों और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है।
अगर आप भागदौड़ से दूर, सुकून और प्राकृतिक सुंदरता की तलाश में हैं, तो अंडमान आपके लिए सही जगह है।
प्राकृतिक सौंदर्य: समुद्र तटों का स्वर्ग
अंडमान अपने अद्भुत समुद्र तटों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। यहाँ के कुछ सबसे लोकप्रिय समुद्र तटों में शामिल हैं:
- राधानगर बीच (हैवलॉक द्वीप): एशिया के सबसे खूबसूरत समुद्र तटों में से एक माना जाने वाला, राधानगर बीच अपनी सफेद रेत और नीले पानी के लिए जाना जाता है। यहां सूर्यास्त का नजारा बेहद मनमोहक होता है।
- नील द्वीप (शहीद द्वीप): शांत और प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर यह द्वीप लक्ष्मणपुर, भरतपुर और सीतापुर जैसे खूबसूरत समुद्र तटों का घर है। यहां का शांत वातावरण और नीला पानी सुकून का अनुभव प्रदान करता है।
- कार्बिन कोव्स बीच (पोर्ट ब्लेयर): नारियल के पेड़ों से घिरा यह समुद्र तट पोर्ट ब्लेयर के पास स्थित है और यहां आप जलक्रीड़ाओं का आनंद ले सकते हैं।
अंडमान घूमने का सबसे अच्छा समय
अंडमान एक ट्रॉपिकल डेस्टिनेशन है, इसलिए यहाँ का मौसम यात्रा के लिए बहुत मायने रखता है।
- अक्टूबर से फरवरी: सबसे अच्छा मौसम – ठंडा, शुष्क और साफ आसमान।
- मार्च से मई: थोड़ा गर्म, लेकिन वॉटर स्पोर्ट्स और बीच लाइफ के लिए सही।
- जून से सितंबर (मानसून): भारी बारिश और ऊँची लहरें। फेरी और टूर अक्सर रद्द हो जाते हैं।
अंडमान कैसे पहुंचें?
अंडमान की राजधानी पोर्ट ब्लेयर का वीर सावरकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (IXZ) भारत के प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और बेंगलुरु से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आप फ्लाइट से सीधे पोर्ट ब्लेयर पहुँच सकते हैं। इसके अलावा, कोलकाता और चेन्नई से पोर्ट ब्लेयर के लिए जहाजों की सेवाएं भी उपलब्ध हैं, हालांकि इसमें काफी समय लगता है।
अंडमान का 7 दिन का ट्रैवल प्लान सुझाव
- Day 1: पोर्ट ब्लेयर – सेलुलर जेल और लाइट & साउंड शो।

- Day 2–3: हेवलॉक द्वीप – राधानगर बीच, स्नॉर्कलिंग और स्कूबा।
- Day 4: नील द्वीप – भारतपुर और लक्ष्मणपुर बीच।
- Day 5: पोर्ट ब्लेयर – कॉर्बिन्स कोव, चिड़िया टापू, शॉपिंग।
- Day 6: बराटांग द्वीप – गुफाएँ और मैंग्रोव फॉरेस्ट।
- Day 7: वापसी।
अंडमान यात्रा के लिए उपयोगी टिप्स
- हल्के और आरामदायक कपड़े रखें।
- रीफ–सेफ सनस्क्रीन, सनग्लास, और पानी की बोतल ज़रूरी।
- फेरी और होटल की एडवांस बुकिंग करें।
- इंटरनेट कमजोर हो सकता है, इसलिए कैश साथ रखें।
- कुछ खास द्वीपों (जैसे जॉली बॉय) के लिए परमिट पोर्ट ब्लेयर से लेना पड़ता है।
रोमांच और एडवेंचर
यदि आप एडवेंचर पसंद करते हैं, तो अंडमान आपके लिए एक बेहतरीन जगह है। यहाँ आप कई तरह की जलक्रीड़ाओं का अनुभव कर सकते हैं:
- स्कूबा डाइविंग और स्नॉर्कलिंग: साफ-सुथरे पानी में स्कूबा डाइविंग और स्नॉर्कलिंग करके आप पानी के नीचे की अद्भुत दुनिया, रंगीन मूंगा चट्टानों और समुद्री जीवों को देख सकते हैं। हैवलॉक और नील द्वीप इसके लिए सबसे अच्छी जगह हैं।
- लाइमस्टोन गुफाएं और मड वोल्केनो (बाराटांग): बाराटांग द्वीप पर स्थित लाइमस्टोन की गुफाएं और मड वोल्केनो (कीचड़ वाला ज्वालामुखी) प्रकृति की अद्भुत रचनाओं को दर्शाते हैं। मैंग्रोव जंगलों के बीच बोटिंग का अनुभव भी यहां रोमांचक होता है।
- माउंट हैरियट नेशनल पार्क: ट्रेकिंग और बर्ड वाचिंग के शौकीनों के लिए यह एक स्वर्ग है। यहां से अंडमान की पहाड़ियों और जंगलों का मनोरम दृश्य दिखता है।

विविध संस्कृति: छोटा भारत
अंडमान को “छोटा भारत” भी कहा जाता है, क्योंकि यहां भारत के विभिन्न राज्यों से लोग आकर बसे हैं। बंगाली, तमिल, मलयाली और अन्य समुदायों के लोग यहां सद्भाव से रहते हैं, जिससे यहां की संस्कृति काफी समृद्ध और विविध हो गई है। यहाँ आप अलग-अलग राज्यों के त्योहारों का उत्साह देख सकते हैं। यहां की स्थानीय जनजातियाँ, जैसे जारवा, ओंगे, और सेंटिनली, अपनी अनूठी जीवनशैली और परंपराओं के लिए जानी जाती हैं।
अंडमान और निकोबार द्वीप सिर्फ घूमने की जगह नहीं, बल्कि एक अनुभव हैं। यहाँ की लहरें आपके तनाव को बहा ले जाती हैं, जंगल आँखों को सुकून देते हैं और यहाँ का सन्नाटा आत्मा को शांति प्रदान करता है।
चाहे आप राधानगर बीच पर हों, पोर्ट ब्लेयर के इतिहास में खोए हों या नील द्वीप पर सूर्यास्त देख रहे हों – अंडमान आपको कभी निराश नहीं करेगा।
By: Anushka Singhal